बलात्कार की शिकार एक युवती के बयान नहीं बदलने पर बलात्कार के आरोपियों ने उसकी पांच साल की मासूम बेटी के गुप्तांग में तलवार घोंप दी और पुलिस हर कार्रवाई को टाल रही है। राजस्थान जहां की मुख्यमंत्री भी एक महिला है, के अलवर थाने में पुलिस ने पहले तो बलात्कार की शिकार युवती की रिपोर्ट ही लिखनी नहीं चाही और जब बाद में अदालती इस्तगासे से मामला दर्ज भी किया गया तो आरोपियों को गिरफ्तार ही नहीं किया। बेहद गरीब परिवार की इस बच्ची का उपचार यहां सामान्य अस्पताल में चल रहा है, लेकिन वह दर्द के कारण बार बार चीख उठती है। यह घटना अलवर जिले की तिजारा थाना क्षेत्र के सरेटा गांव की है, जहां पिछले साल 20 अक्टूबर की रात आरोपियों फजरुद्दीन और इलियास ने गांव की एक युवति के साथ बलात्कार किया था। अदालत ने नवंबर में मामला दाखिल करने को पुलिस को कहा, मामला दाखिल हुआ लेकिन पकड़ा किसी को नहीं। बलात्कारी बार बार युवति को धमकाते रहे और तमाम हदों को पार करते हुए पीडि़त युवति की पांच वर्षीय बेटी को अपना निशाना बनाया। हथियार लेकर आए इन बदमाशों ने बालिका को सरेआम नंगाकर गुप्तांग में तलवार से प्रहार कर दिया। और कहा कि बयान वापस नहीं लिए तो इससे भी बुरा अंजाम होगा। मीडियाकर्मियों और ब्लॉगरों से मेरा अनुरोध है कि इस घटना की जमकर निंदा करें और पुलिस व प्रशासन की नींद उड़ाने के लिए इस न्यूज की ओर उनका ध्यान खींचे ताकि एक मासूम बच्ची और उसकी मां को न्याय मिल सके।
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4 comments:
अगर इस तरह पुलिस की ज्यादतियों को नहीं रोका गया तो कल को रिपोर्ट लिकवाने कौन पीड़िता आयेगी, और अपराधियों को खुलेआम अपराध करने की छूट मिल जायेगी।
बहुत दुखद: घटना है, मैं भी इस घटना की निन्दा करता हूँ और सरकार से अनुरोध करता हूँ कि दोषियों को जल्दी से जल्दी सजा दे।
काश सजा देना मेरे बस में होता........
www.nahar.wordpress.com
दिमाग को सुन्न कर देने वाली घटना है. निंदा के लिए शब्द नहीं.
दोषीयों को क्ड़ी सजा मिले.
अमानवीय
क्या इंसान इतना भी गिर सकता है विश्वास नहीं होता, पुलिस का तो क्या कहें भगवान दोषियों को शीघ्र सजा दे।
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