tag:blogger.com,1999:blog-1666572152673421476.post8080513730237823737..comments2011-09-25T17:05:07.938+05:30Comments on कमल शर्मा: वेब पत्रकारिता का बढ़ता मायाजालचलते चलतेhttp://www.blogger.com/profile/00891524525052861677noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1666572152673421476.post-52831797402772316582011-01-20T19:09:00.079+05:302011-01-20T19:09:00.079+05:30i m mass media student. i m very happy to see ur a...i m mass media student. i m very happy to see ur articles which r helpful 4 me. dhanyawad.psiddharam.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/18184899212716592024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1666572152673421476.post-5324782153683375512007-06-16T22:28:00.000+05:302007-06-16T22:28:00.000+05:30बहुत शानदार लेख, मेरी बधाई स्वीकार करें.बहुत शानदार लेख, मेरी बधाई स्वीकार करें.visheshhttps://www.blogger.com/profile/04982542309939456847noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1666572152673421476.post-83538494697889271622007-06-16T12:29:00.000+05:302007-06-16T12:29:00.000+05:30बहुत खुब.अच्छा लेख.बहुत खुब.<BR/>अच्छा लेख.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1666572152673421476.post-46898652195350144842007-06-16T12:14:00.000+05:302007-06-16T12:14:00.000+05:30संपूर्ण, शोघपरक लेख.किसी मित्र ने हाल ही में बताया...संपूर्ण, शोघपरक लेख.<BR/><BR/>किसी मित्र ने हाल ही में बताया था - एक राष्ट्रीय अखबार के संपादक अपना ई-मेल अपने सहायक के माध्यम से पढ़वाते हैं.<BR/><BR/>उम्मीद करें कि अब अखबारी दुनिया तेज़ी से बदलेगी और आईटी को अपनाएगी.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1666572152673421476.post-43171925908733084392007-06-16T00:09:00.000+05:302007-06-16T00:09:00.000+05:30कमल जी, आपको बहुत बहुत धन्यवाद कि हमें ये लिख पढ़न...कमल जी, आपको बहुत बहुत धन्यवाद कि हमें ये लिख पढ़ने का मौका दिया. <BR/>इसको पढ़ने के बाद एक बार आपसे मिलने की इच्छा है. देखते है कब पूरी होती है.मैथिली गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/09288072559377217280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1666572152673421476.post-18371994492873522602007-06-15T23:43:00.000+05:302007-06-15T23:43:00.000+05:30कमलजी , आपका लेख बहुत ही जानकारी वाला और सटीक है। ...कमलजी , आपका लेख बहुत ही जानकारी वाला और सटीक है। जिस प्रकार से आपने पूरी स्थिती को रखा है और उसका विश्लेश्ण किया वह आपके अध्ययन की गहराई को दर्शाता है।<BR/><BR/>मेरा मानना है की आज की वेब पत्रकारिता की दो और समस्याए हैं । प्रथम तो यह कि अभी २४ बाई ७ की सोच हमारे जीवन का अंग नही बनी है । इसलिये हम तुरंत समाचार की सोच मे नही आ पाये हैं ।<BR/>दूसरा यह है कि पत्रकार IT नही जानते और IT वाले पत्रकारिता की डेड्लाईन से अनजान हैं । और उनके संकलन वाले जानकार लोग बिरले हैं ।<BR/><BR/>इस लेख के लिये बधाईAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/07183084459399181101noreply@blogger.com